Munshi Premchand Poems in Hindi || मुंशी प्रेमचंद की 5 सर्वश्रेष्ठ कविताएं
दोस्तों आज हम आप सभी के समक्ष एक ऐसे महान और साहित्यकार कवी की कुछ लोकप्रिय कविताएं शेयर करने जा रहे है। ये सभी कविताएं कवी मुंशी प्रेमचंद ने अपने जीवन को आधार मान कर और समाज को देखते हुए ऐसी काफी कविताएं और लोकमुक्तियाँ दी जो आज भी हर विधालय में पढ़ाई जाती है। ये एक ऐसे महान लेखक हुए जो अपनी कविताओं और कहानियों के माध्यम से प्रसिद्ध हुए। ये एक कवी होने के साथ साथ एक अध्यापक भी थे। इन्होकी इस महान और प्रसिद्ध कविताओं पर लिखी पोस्ट Munshi Premchand Poems in Hindi पर एक जोरदार लेख लिखा है। तो चलिए ये लेख पढ़ने से पूर्व इन्होके के जीवन परिचय की थोड़ी झलक देख ले।
मुंशी प्रेमचंद जीवन परिचय- इनका जन्म साल 1880 को 31 जुलाई को वाराणसी में एक छोटे से निजी परिवार में हुआ था मुंशी प्रेमचंद का मूल नाम श्री धनपत राय श्रीवास्तव जिनको आज पूरी दुनिया मुंशी प्रेमचंद के नाम से जाने जाते है। ये एक ऐसे महान लेखक हुए जो हिंदी साहित्य और उर्दू साहित्य में महारात हासिल थी
Premchand Poems लिखने के साथ साथ इन्होको कहानिया लिखने का भी काफी शोक था और इन्होने ऐसी कई कहानिया लिखी जो आज भी प्रसिद्ध है जैसे- अग्नि-समाधि,अधिकार-चिन्ता,अंधेर,अनाथ लड़की, अनिष्ट शंका, अनुभव,अ पनी करनी, अभिलाषा, अमृत, अमावस्या की रात्रि, अलग्योझा ऐसी और भी कहानिया हुई जो काफी मशहूर हुई। ये महान हस्ती और हमको 8 अक्टूबर 1936 को हम सभी को इस दुनिया से अलविदा कह गए।
Munshi Premchand Poems in Hindi – क़लम के जादूगर!
क़लम के जादूगर! अच्छा है,
आज आप नहीं हो अगर होते,
तो, बहुत दुखी होते। आप ने तो कहा था
कि, खलनायक तभी मरना चाहिए, जब,
पाठक चीख चीख कर बोले,
मार – मार – मार इस कमीने को|
पर,आज कल तो, खलनायक क्या?
नायक-नायिकाओं को भी,जब चाहे ,
तब, मार दिया जाता है|
फिर जिंदा कर दिया जाता है|
और फिर मार दिया जाता है|
और फिर, जनता से पूछने का नाटक होता है-
कि अब,इसे मरा रखा जाए? या जिंदा किया जाए?
सच, आप की कमी, सदा खलेगी – हर उस इंसान को,
जिसे मुहब्बत है, साहित्य से, सपनों से, स्वप्नद्रष्टाओं, समाज से,
पर समाज के तथाकथित सुधारकों से नहीं| हे कलम के सिपाही,
आज के दिन आपका सब से छोटा बालक, आप के चरणों में
अपने श्रद्धा सुमन, सादर समर्पित करता है |
Munshi Premchand Kavita Hindi Mai –हिन्दू और मुसलमान
मंदिर में दान खाकर, चिड़िया मस्जिद में पानी पीती है,
सुनने में आता है राधा की चुनरीया,
कोई सलमा बेगम सीति है,
एक रफी साहब थे जो,
मैसेज रघुपति राघव राजा राम गाते थे,
और था एक प्रेमचंद जो बच्चों को,
ईदगाह सुनाता था,
कभी कन्हैया की लीला गाता,
रसखान सुनाई देता है,बाकियों को दीखते होंगे हिंदू और मुसलमान,
मुझे तो हर जीव में भीतर एक भोला इंसान दीखता है|
Hindi Poems by Munshi Premchand –जीवन का रहस्य
उंगलिया हर किसी पर ऐसे ना उठाया करो,
उड़ाने से पहले खुद पैसे कमाया करो,
जिंदगी का तातपर्य क्या है?
एक दिन खुद ही समझ जाओगे…
बारिशों में पतंगो को हवा लगवाया करो,
दोस्तों से मुलाकात पर,
हस्सी के ठहाके लगाया करो,
पुरे दिन मस्ती और,
घूमने के बाद, श्याम में तुम,
कुछ फकीरो को, अन खिलाया करो…
अपने साथ जमीन को बांधकर ,
आसमानों का भी लूप उठाया करो,
आने मंजिल है बड़ी, कही धुर हिअ खड़ी,
इसलिए ऐरे गेरे लोगो को, मुंह मत लगाया करो||
Munshi Premchand Poem with Name –ईदगाह by मुंशी प्रेमचंद
ईदगाह सी लिखी कहानी और गबन गोदान,
दर्द लिखा है निर्धन जन का लेखक हुए महान।
प्रेमचंद की सभी कथाएं सुनी पढ़ी जाती हैं,
बूढ़ी काकी कफ़न कामना सबको ही भाती हैं।
नशा स्वामिनी इस्तीफा भी हैं पुस्तक की शान,
दर्द लिखा है निर्धन जन का लेखक हुए महान।
मंदिर मस्जिद मंत्र आभूषण लिखा ईश्वरीय न्याय,
अलगोझा ज्योति लिखी और गरीब की हाय।
हाय निर्मला की संकट में फंसी रही है जान,
दर्द लिखा है निर्धन जन का लेखक हुए महान।
हलकू होरी धनिया जबरा और आत्माराम,
हामिद और अमीना सब ही करें प्रेम से काम।
बड़े भाई साहब तो देखो हैं भाई के प्राण,
दर्द लिखा है निर्धन जन का लेखक हुए महान।
मुंशी प्रेमचंद का सचमुच वृहद कथा संसार,
सुने पढ़े जाएंगे जब तक है गंगा में धार।
शब्द शब्द में प्रेमचंद हैं यही हमें है भान,
दर्द लिखा है निर्धन जन का लेखक हुए महान।
Best Munshi Premchand Poems in Hindi – मोहब्बत रूह की गीज़ा है
मोहब्बत रूह की भूख है, और सारी परेशानियां,
इस भूख के ना मिटने पर ही, पैदा होती है,
एक कवी हमें, मोह्हबत के हसीं पल,
और उसके परम आनंद का बता सकता है,
जो और भूख, पैदा करता है, और कवी के मीठे शब्दों से,
हमारी रूह जगमगा उठती है||
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दोस्तों में उम्मीद करता हूँ की आपको हमारी पोस्ट Munshi Premchand in Hindi पर लिखा लेख आपको बेहद पसंद आया होगा। इस लेख में वे सभी premchand poems in hindi कविताये आपको हमे शेयर को है जो मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कविताओं में स एक है। अगर आप भी कवी मुंशी प्रेमचंद जी के प्रशंसक है तो हमे कमेंट में जरूर बताये की आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी। धन्यवाद।