Poem on Water in Hindi || पानी पर सर्वश्रेस्ट कविताये
दोस्तों आज आप हमारी पोस्ट में जानेगे की एक पानी किसी मनुष्य के जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है। जिस तरह से आज की दुनिया पानी का महत्व भूल चुकी है उसका अंधाधुन्द उपयोग कर रही है यह कोई छोटी बात नहीं है यह आने वाले भारी संकट की चेतावनी है। जिसके बारे में हर किसी को जानना चाइये अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो समय दूर नहीं जब इस दुनिया में पानी के लिए सब तरस उठेंगे। अगर आप अपनी आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित वे अच्छा जीवन देना चाहते हो तो उन्होको को भी पानी के महत्व के बारे में बताये और खुद भी समझे। आज की हमारी कविता इसी विषय पर है
हम आपके लिए हमारी पोस्ट पर Poem on Water in Hindi पर एक शानदार लेख लाये है ये लेख आपको बताएगा की कैसे और किस तरह से आप पानी का सदुप्योग कर सकते हो। तो आइये चलते है हमारी पोस्ट की और मुझे उम्मीद है की इस पोस्ट के माध्यम से आप पानी के महत्व को समझ पाओगे।
Poem on Water in Hindi – पानी पर कविता हिंदी में
Poem On Water – जल पर कविता इन हिंदी
Save Water Poems In Hindi
Poem on Save Water For Class 5
सदा हमें समझाए नानी,
नहीं व्यर्थ बहाओ पानी ।
हुआ समाप्त अगर धरा से,
मिट जायेगी ये ज़िंदगानी ।नहीं उगेगा दाना-दुनका,
हो जायेंगे खेत वीरान ।
उपजाऊ जो लगती धरती,
बन जायेगी रेगिस्तान ।हरी-भरी जहाँ होती धरती,
वहीं आते बादल उपकारी ।
खूब गरजते, खूब चमकते,
और करते वर्षा भारी ।हरा-भरा रखो इस जग को,
वृक्ष तुम खूब लगाओ ।
पानी है अनमोल रत्न,
तुम एक-एक बूँद बचाओ ।
Save Water Par kavita
मैं तुम्हें मेरे लिए पानी की तरह कम होते देख रहा हूँमेरे गेहूँ की जड़ों के लिए तुम्हारा कम पड़ जाना
मेरी चिड़ियों के नहाने के लिए तुम्हारा कम पड़ जाना
मेरे पानी माँगते राहगीर के लिए तुम्हारा ग़ायब हो जाना
मेरे बैल का तुम्हारे पोखर पर आकर सूनी आँखों से इधर-उधर झाँकना
मेरी आटा गूंधती स्त्री के घड़े में तुम्हारा नीचे सरक जानातुम्हारे व्यवहार में मैं यह सब होते देख रहा हूँलगातार कम होते पानी की तरह
मैं तुम्हें मेरे लिए कम होते देख रहा हूँपानी रहित हो रहे इलाकों की तरह
मैं पूछ भी नहीं पा रहा हूँ
क्यों हो रहा है ऐसा ?
पानी तुम क्यों कर रहे हो ऐसा ?पानी चला गया तो नदी किसके पास गई कुछ कहने
वैसी नदी की तरह लीन हूँ मैं अपने मेंनदी के बहाव की सूखी रेत में सुदूर तक फैले आक की तरह
अभी भी तुम्हारी याद का हरा बचा हुआ मुझ में
Paani par Hindi me kavita-
पानी दे
पानी दे, गुड़-धानी दे।ठहरे हुए नदी-पोखर को
फिर से नई रवानी दे।
पानी दे, पानी दे।सब्रोक़रार बाँध जीवन के,
नमक-मिर्च-प्याजों के बल,
टिके हुए बस दो रोटी पर
खा-पीकर मोटे चावल;मुँह बाए ये प्रश्न खड़े हैं
उत्तर तू लासानी दे।
पानी दे
गुड़-धानी दे।इन बाँधों से उन बाँधों तक,
पूरा एक महाभारत वे;
लड़े जा रहे भूखे-टूटे,
कुछ स्वारथा कुछ परस्वारथ से।राह बता लँगड़े-लूलों को
गूँगों को तू बानी दे।पानी दे, पानी दे,
गुड़-धानी दे।
Poem on Drop Water in Hindi-
पानी है कितना अनमोल।
समझो तुम इसका मोल।
ये देता हमको जीवनदान।
बचाकर इसे बनो महान।
यह प्यासे की प्यास बुझाता।
उसके लिए अमृत बन जाता।
जीव जंतु हो या हो इंसान।
इसमें बस्ती सबकी जान।
Poem on Water in Hindi: पर लिखा लेख आपको जरूर पसंद आया होगा और हमको उम्मीद है की आप इस पोस्ट में छुपी कविताओं में पानी बचने की भावना को समझ गये होंगे। अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आई है तो आप इसे अपने छोटे भाई को जरूर बताये ताकि वो भी पानी का महत्व सके। धन्यवाद।