Poem on Dada Dadi In Hindi || दादा दादी पर लाजवाब कविताएं
Poem on Dada Dadi In Hindi:-दोस्तों जैसा की आप सभी अच्छे से जानते है की माता पिता के बाद एक बच्चा सबसे करीब अपने दादा दादी के करीब होता है। माता पिता ही नहीं दादा दादी अपने पोता पोती को बेहद प्यार करते है और एक पोता भी अपने दादा दादी की हर इच्छा पूरी करता है उन्होकी सेवा करता है जिसे उन्हें आशीर्वाद मिलता है दोस्तों दादा दादी का आशीर्वाद हर किसी को नसीब नहीं होता और जिसको नसीब होता है वो बहोत किस्मत वाला होता है। दादा दादी र पोता पोती के इस प्यार को आज हमने इस आर्टिकल में उतार दिया है जिसे आप अपने दादा दादी के साथ जरूर शेयर करे मुझे उम्मीद है की दादा पोती की कविता उन्होको जरूर पसंद आएगी। तो आइये आपका कीमती समय बर्बाद किये बिना हम अपनी पोस्ट की और चलते है।
5+ Hindi Poem on Dada Dadi – दादा दादी पर बेस्ट कविता
दादा मेरे सबसे न्यारे
फिर भी हम सबको है प्यारे।
खूब यह हमको लाड लड़ाते
साथ हमारे नाचते गाते।
दादा मेरे सबसे न्यारे फिर
फिर भी हम सबको है प्यारे।
सुबह सवेरे हमको उठाते
साथ में अपने घुमाने ले जाते।
दौड़ लगाना इनको आता
योगा इनको सबसे प्यारा।
रात को हमको कहानी सुनाते
जीवन का एक पाठ पढ़ाते हैं।
बड़े बड़ों का करें सम्मान
यही है जीवन का आधार।
दादा मेरे सबसे न्यारे
फिर भी हम सबको है प्यारे।
दादा दादी की हम गोद में खेलें
उंगली पकड़कर चलना सीखे।
दादा मेरे सबसे न्यारे
फिर भी हम सबको है प्यारे।
दादा और पोती पर कविता
दादाजी की पोती जी से बड़े मजे की छनती है।
पोती लुढ़क –लुढ़क कर चलती
लोट-पोट हो जाती है।
दादाजी भी चलते डगमग
ऐनक जब खो जाती है।
इसीलिए शायद दोनों में कुछ ज्यादा ही बनती है।
दादाजी हो चले पोपले
दलिया, खिचड़ी खाते हैं
पोतीजी के दाँत दूध के
चीजे नरम चबाते हैं।
हलवा- पूरी खा कर दोनों की ही दावत मनती है।
dada par kavita Hindi Mai
रोज अलस्सुबह
बुआर कर कचरा
घर के एक कोने में
एकत्र करती माँ
ढालिया साफ कर
दादी डाल देती
बकरी की मिंगणियाँ
उसी ढेर में
किसीदिन टोकनी में भर
यह कचरा
सिर पर उठा
गाँव बाहर
रोड़ी में डाली आती माँ
उसी रोड़ी में जो
दादी के नाम से
जानी जाती थी
पूरे गाँव में
अपने खेतों में डालने
दरवाजे के किसान
मोल भाव कर
खरीदते रोड़ी
बैलगाड़ियों में भर ले जाते
इस तरह आड़े वख्त
रोड़ी कमाती
साल में दो-एक बार रुपये
हमारे लिए
हर शादी में सबसे पहले
उसे ही पूजते हम
वही थी हमारी रिद्धि-सिद्धि
एक दिन अनायास
सब कुछ लुट गया
नहीं रही रोड़ी
साफ हो गया मैदान
अब वहाँ पर
खड़ी है
तेरी समिति की इमारत!
दादी पर कविता – Dadi par Kavita in Hindi
मेरी प्यारी दादी-माँ,
सब से न्यारी दादी-माँ।
बड़े प्यार से सुबह उठाए,
मुझको मेरी दादी-माँ।
नहला कर कपड़े पहनाए,
खूब सजाए दादी-माँ।
लेकर मेरा बैग स्कूल का,
संग-संग जाए दादी-माँ।
आप न खाए मुझे खिलाए,
ऐसी प्यारी दादी-माँ ।
ताज़ा जूस, गिलास दूध का,
हर रोज़ पिलाए दादी-माँ।
सुंदर कपड़े और खिलौने,
मुझे दिलाए दादी-माँ।
बात सुनाए, गीत सुनाए,
रूठूँ तो मनाए दादी-माँ।
यह करना है, वह नहीं करना,
मुझको समझाए दादी-माँ।
लोरी देकर पास सुलाए,
ये मेरी प्यारी दादी-माँ।
Dada Dadi Poem in Hindi, dada dadi, You are the wind beneath my wings, The sun that warms my face, The moon that lights my way. You are the stars in my sky, The love in my heart, The hope in my soul. Thank you for being everything to me, And more than I could ever ask for I love you from the bottom of my heart, And will always cherish our time together Grandparents dada par kavita are a blessing from above, Filling our hearts with love
दोस्तों में उम्मीद करता हूँ की Poem on Dada Dadi In Hindi पर लिखी पोस्ट आपको बेहद पसंद आई होगी। इस पोस्ट में कविताओं के माध्यम से बताया गया हे की आप हमेशा अपने दादा दादी के पास बैठे उन्होकी बाते सुने उनहोका हमेशा सम्मान करे दादा दादी का आशीर्वाद हर किसी के नसीब में नहीं होता इसलिए आप हमेशा अपने दादा दादी की सेवा करते रहे। और हमारी पोस्ट dadi par kavita in hindi पर लिखी कविताये अपने दादा दादी को जरूर सुनाये। धन्यवाद .