26 Jan Poem in Hindi || गणतंत्र दिवस पर दिल छू जाने वाली कविताये
26 jan poem:- नमस्कार दोस्तों आज हम आप सभी के लिए गणतंत्र दिवस पर कविता लाये है। जैसा की आप सभी जानते है। की इस दिन हमारे भारत देश का सविधान लघु हुआ था। वेदेश में लोकतत्र की स्थापना हुई अर्थात सभी लोग स्वतंत्रता से जीने के अधिकारी है। किसी पर किसी का जोर नहीं। वैसे तो हम सभी विधालय में पढ़ते चले आ रहे है। और स्कूल में इस दिन को बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। सभी बच्चे इस दिन के लिए 26 जावरी पोएम, 26 जनवरी कविताएं सर्च करते है। इसलिए आज हम आप सभी के लिए गणतंत्र दिवस के लिए हमारी पोस्ट पर 26 जनवरी की कविताओं का एक शानदार संग्रह लाये है। जिसे आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कर सकते है।
26 jan poem in hindi – गणतंत्र दिवस पर पोयम
26 january poem hindi
यह मेरा आजाद तिरंगा
लहर लहर लहराए रे
भारत माँ मुस्काए तिरंगा
लहर लहर लहराए रे!!
इस झंडे का बापू जी ने
कैसा मान बढ़ाया है
लाल किले पर नेहरू जी
ने यह झंडा फहराया!!
माह जनवरी छब्बीस को हम
सब गणतंत्र मनाते
और तिरंगे को फहरा कर,
गीत ख़ुशी के गाते!!
26 जनवरी के लिए कविता – republic day poem in hindi for class 6
जब सूरज संग हो जाए अंधियारों के साथ
तब दीये का टिमटिमाना जरूरी है।
जब प्यार की बोली लगने लगे बाजार में
तब प्रेमी का प्रेम को बचाना जरूरी है।
जब देश को खतरा हो गद्दारों से
तो गद्दारों को धरती से मिटाना जरूरी है।
जब गुमराह हो रहा हो युवा देश का
तो उसे सही राह दिखाना जरूरी है।
जब हर ओर फैल गई हो निराशा देश में
तो क्रांति का बिगुल बजाना जरूरी है।
जब नारी खुद को असहाय पाए
तो उसे लक्ष्मीबाई बनाना जरूरी है।
जब नेताओं के हाथ में सुरक्षित न रहे देश
तो फिर सुभाष का आना जरूरी है।
जब सीधे तरीकों से देश न बदले
तब विद्रोह जरूरी है।
26 january par kavita 2022
हम आजादी के मतवाले, झूमे सीना ताने।
हर साल मनाते उत्सव, गणतंत्र का महजब़ जाने।
संविधान की भाषा बोले, रग-रग में कर्तव्य घोले।
गुलामी की बेड़ियों को, जब रावी-तट पर तोड़ा था।
उसी अवसर पर तो, हमनें संविधान से नाता जोड़ा था।
हर साल हम उसी अवसर पर, गणतंत्र उत्सव मनाते हैं।।
पूरा भारत झूमता रहता है, और हम नाचते-गाते हैं।
राससीना की पहाड़ी से, शेर-ए-भारत बिगुल बजाता है।
अपने शहीदों को करके याद, पुनः शक्ति पा जाता है।।
short poem on republic day in hindi
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में है
आके मकतल में यह कातिल कह रहा है बार बार
क्या तमनाये शहादत भी किसी के दिल में है
एक से करता नहीं क्यों दूसरा कुछ बातचीत
देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफिल में है
एक शहीदे मुल्क मिल्लत तेरे कदमों पर निसारा
तेरी कुर्बानी का चर्चा गैर की महफिल में है
अब न अगले वल्वले हैं और अरमानों की भीड़
एक मिट जाने की हसरत अब दिले ‘बिलस्मिल’ में है
poem 26 january – देश भक्ति कविता हिंदी में
यह मेरा आजाद तिरंगा, लहर लहर लहराए रे
भारत माँ मुस्काए तिरंगा, लहर लहर लहराए रे
इस झंडे का बापू जी ने, कैसा मान बढ़ाया है
लाल किले पर नेहरू जी, ने यह झंडा फहराया
माह जनवरी छब्बीस को हम, सब गणतंत्र मनाते
और तिरंगे को फहरा कर गीत ख़ुशी के गाते
26 jan poem:- दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको 26 जनवरी की कविताये जरूर पसंद आई होगी। आप ये सभी कविताये अपने विधालय के प्रोग्राम में सुना सकते है। और अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते है। हम ऐसे ही रोज आपके लिए अलग अलग टॉपिक पर आर्टिकल लाते रहेंगे। धन्यवाद।