Heart Touching Gulzar Shayari 2022 || कवी गुलज़ार की लोकप्रिय शायरिया
Heart Touching Gulzar Shayari:- नमस्कार, दोस्तों आज एक बार फिर बिहार न्यूज़ हिंदी पर आपका स्वागत है। आज हम आप सभी के लिए गुलज़ार सहाब की शायरियो का कलेक्शन लाये है। गुलज़ार सहाब एक लेखक थे। जिन्होंने कई कविताये रचनाये और गजल लिखी जो काफी प्रिसिद्ध हुई। आज भी इन्होकी शायरियो के लिए दुनिया दीवानी है। तो आईये जानते है इन महान लेखक की कुछ सर्वश्रेष्ठ शायरिया। ये सभी शायरिया गुलज़ार सहाब के माध्यम से लिखी गई है। हमने ख़ास आपके लिए एकत्रित की है। हमे उम्मीद है। आपको गुलज़ार शायरी जरूर पसंद आएगी।
Heart Touching Gulzar Shayari – गुलज़ार शायरी इन हिंदी
Gulzar shayari in hindi
कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ
उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की
महफ़िल में गले मिलकर वह धीरे से कह गए,
यह दुनिया की रस्म है, इसे मुहोब्बत मत समझ लेना!!
आदतन तुमने कर दीए वादे,
आदतन हमने एतबार किया…
तेरी राहों में बारहाँ रुक कर,
हमने अपना ही इंतज़ार किया…
अब ना मांगेंगे ज़िन्दगी या रब,
यह गुनाह हमने जो एक बार किया…!!
बहुत मुश्किल से करता हूँ तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है लेकिन गुज़ारा हो ही जाता है!
इतने लोगों में कह दो अपनी आँखों से,
इतना ऊँचा न ऐसे बोला करे, लोग मेरा नाम जान जाते हैं!
heart touching gulzar poetry
उतर रही हो या
चढ़ रही हो ?
क्या मेरी मुश्किलों को
पढ़ रही हो ?
सुरमे से लिखे तेरे वादे
आँखों की जबानी आते हैं
मेरे रुमालों पे लब तेरे
बाँध के निशानी जाते हैं
तेरे इश्क़ में तू क्या जाने
कितने ख्वाब पिरोता हूं
एक सदी तक जागता हूं मैं
एक सदी तक सोता हू
गुल पोश कभी इतराये कहीं
महके तो नज़र आ जाये कहीं
तावीज़ बनाके पहनूं उसे
आयत की तरह मिल जाये कहीं
पता चल गया है के मंज़िल कहां है
चलो दिल के लंबे सफ़र पे चलेंगे
सफ़र ख़त्म कर देंगे हम तो वहीं पर
जहाँ तक तुम्हारे कदम ले चलेंगे
gulzar shayari in hindi 2 lines
” आइना देख कर तसल्ली हुई
हम को इस घर में जानता है कोई.”
” ज़मीं सा दूसरा कोई सख़ी कहाँ होगा
ज़रा सा बीज उठा ले तो पेड़ देती है.”
” वो उम्र कम कर रहा था मेरी
मैं साल अपने बढ़ा रहा था.”
” काई सी जम गई है आँखों पर
सारा मंज़र हरा सा रहता है.”
” सहर न आई कई बार नींद से जागे
थी रात रात की ये ज़िंदगी गुज़ार चले.”
हां तो दोस्तों आजकी हमारी पोस्ट Heart Touching Gulzar Shayari पर गुलज़ार की शायरी पढ़कर केसा लगा। अगर आप भी गुलज़ार सहाब के प्रशंशक है। तो इन शायरियो को शेयर करना ना भूले। धन्यवाद।