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Raksha Bandhan Poem in Hindi || रक्षाबंधन पर कविता 2022

Raksha Bandhan Poem in Hindi:- नमस्कार मित्रो आज हमने  रक्षाबंधन पर कविताएं लिखी है। यहां आपको रक्षाबंधन पर बेस्ट कविता संग्रह देखने को मिलेगा। मित्रो जैसा की आप सभी जानते है की रक्षाबंधन भाई-बहनों की आराधना का प्रतीक है, यह दिन भाई-बहनों के लिए अत्यंत असाधारण दिन है और इसे राखी का उत्सव भी कहा जाता है, यह तपस्या, प्रेम और दायित्व का दायित्व है। ऐसा स्वर्गीय उत्सव भाई-बहनों के पवित्र संबंध को पूर्ण रूप से सम्मान देता है।

इस दिन बहनें अपने भाई के दाहिने हाथ पर राखी बांधती हैं और उनके मंदिर पर तिलक लगाती हैं और भगवान से उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं। नतीजतन, भाई उनकी रक्षा करने की कसम खाता है। यह माना जाता है कि राखी के ज्वलंत तार भाई-बहनों के बीच गहन भक्ति की शक्ति को मजबूत करते हैं। तो आइये इस बंधन को और मजबूत करने के लिए हम हमारा रक्षाबंधन पर ये शानदार संग्रह पर प्रकाश डाले।

Raksha Bandhan Poem in Hindi – रक्षाबंधन कविता कोश

Raksha Bandhan Kavita – रक्षाबंधन कविता इन हिंदी

आपकी रक्षा मै करू
मेरी रक्षा आप
विश्व शिखर पर पहुचे भारत
ऐसा कर लो जाप
राखी का ये धागा कहता
तू मेरा मै तेरा हू
तू गर मेरा अब्दुल हमीद
तो मै मोदी भी तेरा हूँ
मेरे मुल्क का कतरा कतरा
देश पे जान लुटाता है
जब मेरी बहना का धागा
हाथ मेरे बध जाता है बहना
मागे दुश्मन का सर
काट थाल मे ला दूगा

बहन कहे गर्दन कटवा दो गर्दन भेट चढ़ा दूगा
बहन कहे गर मेरे देश मे क्यू भय से ग्रसित महिला हैं
बहना के इस कहने पर मै फिर तलवार उठा लूगा
बददिमाग गदे लोगो की गर्दन काट गिरा दूगा
मेरी बहन ने अबकी बस यूपी शगुन में मागा है
मैने भी इन तीन वर्ष मे यूपी स्वर्ग बनाना है
सपा रहे या बसपा सबको काल की भेट चढ़ाना है
जैसा देश मे मोदिराज है राज उसी सा लाना है
राखी जैसे बधन का बहना का कर्ज चुकाना है

Poem on Raksha Bandhan – रक्षाबंधन पर शायरी

अनोखे रगो मे रगा मेरा रक्षाबंधन इसान से
इसान के प्यार को समर्पित है मेरा रक्षाबधन,
अनोखे रंगों से रंगा है मैने मेरा रक्षाबधंन।
आओ हम सब मिलकर एक अनोखा पर्व मनाते है,
राखी के इस पावन पर्व को राष्ट्रीय पर्व बनाते है।
बाध के एक दूजे को राखी रक्षा का वचन उठाते है,
न उजड़े ससार किसी बहन का न बिखरे सपने किसी भाई के।
हाथो से हाथ मिलाकर मानव श्रखला बनाते है,
बेसहारा का सहारा बन राखी पर्व मानते है।

Short Poem On Rakhi

तागे दिया तदा कच्चिया,,
नी पैने ऐ डोरा पक्किया…”
वीरे दे हथ सोनिया सजिया,
रब तो तेरीया दुआवा मगिया..
पैन ते वीर दा ऐ रिश्ता जेडा,
उस घर दा सुन्ना हुदा ना वेडा..
रब्बा हर वीर नु इक्क पैन देवी,
मेहताब उम्रा तई डोरा सच्चिया..
“तागे दिया तदा कच्चिया,,
नी पैने ऐ डोरा पक्कियाँ…!!

Best Raksha Bandhan Poem

जब तू छोटा था,
मै तेरा पाणा झूलाया करती मा घर का काम करै थी,
मै तन्नै खिलया करती मेरे कान तले आज भी,
झुरकुटो का निषान सै पर षायद बीर मेरे,
तू मेरे तै अन्जान सै घर-बार छोड़ तो आई,
आकै नै अपनी दुनिया बसाई सारे सुख सै
दुनिया के आज, बस तू खुश रहिये
मेरे भाई मै जाणू सू, तू भी बहाण तै प्यार करै
सै बहाण तन्नै ज़ान तै प्यारी, बस
न्यू-ए तकरार करै सै

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हां तो मित्रो आपको Raksha Bandhan Poem in Hindi पर लिखी कविताओं का संग्रह आपको केसा लगा। आप ये सभी कविताये अपनी बहन वे भाई के साथ रक्षाबंधन पर शेयर कर सकते है। और इस त्यौहार को और भी ज्यादा ख़ास बना सकते है। और हां हमे कमेंट में जरूर बताना की आपको हमारी रक्षाबंधन कविताएं कैसी लगी। धन्यवाद।

Nishant

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