Poem on Child Labour in Hindi || बाल मजदूरी पर कविता
Poem on child labour in hindi:- नमस्कार दोस्तों आज हम आप सभी के लिए बाल मजदूरी पर हिंदी में कविताओं का कुछ संग्रह आपके साथ शेयर करने जा रहे है। जैसा की आप सभी जानते है। की आज हमारे भारत देश ही नहीं लगभग सभी जगह बाल मजदूरी करवाई जा रही है। छोटे बच्चो को काम पर रखकर उनहोका बचपन बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे में हमारा भी फर्ज बनता है। की हम उन बच्चो के लिए कुछ कदम उठाये और जो बाल मजदूरी के जिम्मेदार है। उन्हें सजा दिलवाये।
दोस्तों बच्चो का जीवन खेलने कूदने के लिए बना है। अगर वो अपने बचपन का ही आनंद नहीं ले पाए तो ये हुम्मारे लिए ही नहीं सम्पूर्ण समाज के लिए काफी शर्म की बात है। क्योकि आज हम एक ऐसे समाज में रह रहे है। जहाँ सुंदरता को शरीर से देखा जाता है। तो आइये हम बाल मजूदरी के खिलाफ कुछ कदम उठाते है। आजकी हमारी पोस्ट में हम आपके सामने कुछ टॉपिक पर आर्टिकल शेयर करने जा रहे है। जैसे :- बालश्रम के ऊपर कविता, बालश्रम दिवस कविता, बाल मजदूरी पर कविता, hindi poem on child labor day. तो आइये जानते है बाल मजदुर के ऊपर कुछ कविताये।
poem on child labour in hindi – बालश्रम पर कविता इन हिंदी
clild labour poem in hindi
बालपन की किलकारी भूख के ताप से हुआ मूक,
पोथी छोड़ कुदाल खोदते हाथ का मार अचूक !!
कीचड़, धूप, आँधी में श्रम करना हुआ मजबूरी,
गरीबी की पराकाष्ठा, पेट और पीठ की घटती दूरी !!
कुछ धनहीनता और कुछ माता-पिता की मूर्खता,
किन्तु सबसे ज्यादा स्वार्थी समाज की संवेदनहीनता !!
जिसने बालक को श्रमिक बनने को बाध्य किया,
लेखनी को छीन कोमल हाथों में छड़ी पकड़ाया !!
गाय-बकरी की सेवा करता बाल्यजीवन कुरूप,
अपने भविष्य को दरिद्र करता अज्ञान और अबूझ !!
विदयोपार्जन की किसको फुर्सत? स्थिति तो ऐसा हुआ,
दो दाना अन्न के लिए बालपन चोर बनने को आतुर हुआ !!
short poem on child labour in hindi
पढने की जब उम्र थी उसकी,पढ़ नहीं पाया
मात-पिता निज स्वार्थ ने उसको काम लगाया
रह गया अंगूठा छाप आज करता मजदूरी
नहीं पढाया उसको क्यूँ ,थी क्या मजबूरी
नन्ही अंगुली ने बीडी के धागे बांधे
भार उठाया उम्र से ज्यादा दूखे काँधे
मंद रोशनी में बुनता था रात गलीचा
सुबह उठा मालिक का सींचा बाग़ बगीचा
रंग रासायनिक से की हैउसने वस्त्र छपाई
झूठी प्लेट उठा कर जिसने भूख मिटाई
वर्कशॉप में मार वो, जब औजार से खाता
नन्हा दिल बस सुबक सुबकता रो नहीं पाता
सड़क पार करता ,ले जा कर चाय केतली
जान बचा ट्रेफिक से लड़ता सड़क हर गली
ढाबे में हम जब भी जाकर खाना खाते
‘छोटू ‘दे आवाज उसीसे जल मंगवाते
मेज पोंछता नन्हे हाथ जब रखते थाली
थोड़ी सी गलती पे ,खाता ढेरों गाली .
Poem on Child Labour Day Hindi – पढने लिखने की जब उम्र थी उसकी
जिस बचपन के दिनों में हंसना कूदना था
वे तो मजदूरी के दलदल में कूद पड़ा
यह कोई मजाक का खेल नहीं है
भूखे पेट में जान नहीं है
करवाते हो मजदूरी दिनभर
क्या ये बच्चा इंसान नहीं है
उनका बचपन कहां खो गया
भला भो बच्चा क्या जाने
जीवन तो गली नुकड़ में खो गया
भला वो यादें क्या बनाएगा
नन्हे का बचपन तो मजदूरी में खो गया |
a poem on child labour in hindi
बाल श्रमिक पर चर्चा केवल हम सब करते
हालत उनकी देख के झूठी आहें भरते
सोचो अपने बच्चों से भी,क्या हम ये करवाते
करवाना तो दूर, सोच कर , नयन भर आते
आँखों में ‘ छोटू’ स्थान पे पुत्र को लाओ
फिर उस बालक को अपना इन्साफ दिलाओ
बाल श्रमिक निषेध दिवस है, आज मना लो
निष्ठुर हाथों के जुल्मों से बाल बचा लो !
hindi poem on child labor day.
फूल बेचता फिरता है
कभी पेन किताब दिखता है
सड़कों पे, यकीन उसका
मन भी कुछ लिखने को कर जाता होगा |
खेल का मैदान नहीं है, भूखे जिस्म में जान नहीं है,
करवाते हो मजदूरी दिन भर, ये बच्चा क्या इन्सान नहीं है |
मैं सोचती हूँ क्या इंसान?
क्या भगवान, कोई इसके लिए परेशान नहीं है,
कोई तो संभालो इसको |
मेरे देश की क्या ये पहचान नहीं है?
यूँ मत रोंदो बचपन इनका…
जीवन है जीवन… आसन नहीं है |
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Child labor is a huge problem in our society. Every year, on 12 June, we celebrate World Day Against Child Labour to raise awareness about this issue. Today, we are going to share a poem on labor in Hindi written by one of our child labor poems. We hope that this will help you become more aware of the child labor problem and take action against it!
poem on child labour in hindi:- है तो दोस्तों आपको बाल मजदूरी पर लिखा लेख केसा लगा। सही बताऊ तो मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए ये सब लिखते लिखते। जो बच्चे उम्र में मजदूरी कर रहे है। उन्हों पर क्या बीत रही होगी। दोस्तों मेरा आपसे निवेदन है। अगर आप भी बाल मजदूरी के खिलाफ है। तो child labour day poem in hindi पोस्ट को इतना शेयर करो की लोग जागरूक हो सके। और हमारे देश का बच्चा अपना बचपन मजे से जी सके। धन्यवाद।